किसी को भी भरोसा नहीं था की संदीप एक बड़ा अधिकारी बनेंगे, जानिए सफलता की कहानी

IAS संदीप कुमार मीणा: संघर्ष से सफलता तक की कहानी

संदीप कुमार मीणा का जन्म राजस्थान के दौसा जिले में हुआ था. संदीप मीणा बचपन से ही पढने में अच्छे थे. उनका परिवार एक साधारण परिवार था. उनके मन में हमेशा से कुछ का गुजरने का सपना था. उनकी शुरुआती परीक्षा राजस्थान के गांव से हुई पूरी हुई थी. बाद में उन्होंने UPSC की तैयार के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया था. दिल्ली में संदीप ने ठान लिया था की जबतक अधिकारी नहीं बन जाते तब तक घर नहीं लौटेंगे. उन्होंने पुरे मनोयोग से तैयारी शुरू की.

आपको बता दें की IAS संदीप की 10th तक की पढाई अच्छी थी. लेकिन मेट्रिक के बाद उनको अचानक से पढाई लिखाई में मन लगना कम हो गया था. इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन के दौरान उनका पढ़ाई में मन नहीं लगा. खामियाजा यह हुआ की ग्रेजुएशन और +2 में उनके नंबर भी अच्छे नहीं आए. घर परिवार को भी भरोसा नहीं था कि वह कभी यूपीएससी परीक्षा पास कर पाएंगे. इसीलिए जब उन्होंने पहली UPSC की तयारी के लिए दिल्ली जाने का जिक्र किया तब उनके घर वाले सीधा सीधा मना कर दिया. वे लोग सोच रहे थे अब तो इसका पढाई में मन तो लगता नहीं है तो दिल्ली जाकर भी क्या ही कर लेगा.

लेकिन संदीप का सपना कुछ बड़ा करने का था. फिर जैसे तैसे उन्होंने घर वालों को मनाया और दिल्ली जाने को सभी को राजी कर लिया. दिल्ली आकर उन्होंने UPSC की तैयारी पुरे जोड़ शोर से शुरू कर दी. यहाँ भी वे शुरुआत में वे पढ़ाई को गंभीरता से नहीं ले रहे थे. समय बीतता गया और उन्हें एहसास हुआ कि बिना मेहनत के सफलता नहीं मिल सकती. उन्होंने ठान लिया कि वह यूपीएससी की परीक्षा पास करेंगे. लेकिन यह सफर आसान नहीं था.

सफलता पाने में संदीप को सात साल लग गए. इस दौरान उन्होंने खुद को पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में झोंक दिया. वे रोज घंटों पढ़ाई करते थे. उन्होंने अनुशासन को अपनी ताकत बनाया. उनका लक्ष्य साफ था. वे जानते थे कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता. साल 2017 में उनकी मेहनत रंग लाई. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. उनकी ऑल इंडिया रैंक 857 आई. यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी. उनके परिवार को भी यकीन नहीं हो रहा था कि उन्होंने यह कर दिखाया है. पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई.