भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अफसर की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर किसी के पास जज्बा हो तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है, चाहे वो कितना भी असंभव क्यों न हो। यह कहानी है IPS प्रीती की, जिन्होंने अपने जज्बे और संघर्ष के साथ अपने सपनों को पूरा किया।

प्रीती की आरंभिक जीवन:

प्रीती का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था, और वह बड़ी परिश्रमी थीं। उनका शिक्षा में बहुत रुचि था, और वे हमेशा अध्ययन करने में अपना समय बिताती थीं। उनके पास आईएस (Indian Administrative Service) और IPS (Indian Police Service) की तैयारी का सपना था, और उन्होंने इसे पूरा करने का जज्बा रखा।

जीवन की मुश्किल से मुकाबला:

प्रीती के जीवन में भी मुश्किल समय आया। वह 19 साल की उम्र में अपनी पढ़ाई के बीच ही एक अचानक शादी के बंधन में बंध गईं। यह प्रश्नचिन्ह समय था, लेकिन प्रीती ने अपने सपनों को खोने का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपनी शिक्षा के साथ-साथ जवानी के जिम्मेदारियों का भी संभाला और समय समय पर अध्ययन किया।

IPS अफसर बनने का सफल सफर:

प्रीती की मेहनत और संघर्ष ने उन्हें उनके लक्ष्य की प्राप्ति में मदद की। उन्होंने UPSC की परीक्षा में सफलता प्राप्त की और IPS अफसर के तौर पर चयनित हो गईं। इस सफलता के साथ, वे बिहार की पहली महिला IPS अफसर बनीं, जिन्होंने अपने जज्बे और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को पूरा किया।

संदेश और प्रेरणा:

प्रीती की कहानी हमें यह सिखाती है कि जब एक व्यक्ति में जज्बा होता है, तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। चाहे जीवन में कितनी भी चुनौतियाँ क्यों न आएं, एक महत्वपूर्ण लक्ष्य और उसे पूरा करने का संकल्प आत्म-संघर्ष को आसान बना सकता है। प्रीती की इस सफलता की कहानी हमें यह दिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए आपकी मेहनत, आत्मविश्वास, और जज्बा ही सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।

अब तक की यह कहानी हमें यह दिखाती है कि अगर कोई अपने सपनों के पीछे जिद के साथ भाग रहा है तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है, चाहे वो कितना भी असंभव क्यों न हो।

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