कहते हैं कि मेहनत करने वालों के लिए उनकी मुश्किलें ही उनकी मंज़िल बन जाती हैं, और दिल्ली के सरकारी स्कूल के छात्र पीयूष झा ने इस सत्य को साबित किया है। पीयूष झा, जिनके पिता सिक्योरिटी गार्ड हैं और मां गृहणी हैं, ने NEET परीक्षा में 100 प्रतिशत पर्सेंटाइल के साथ पास होकर एक उच्च-शिक्षा के सपने को हासिल किया है।
मेहनत की शुरुआत
19 साल के पीयूष झा ने अपने जीवन की मेहनत और संघर्ष से भरपूर सफलता प्राप्त की है। वे दिल्ली के नांगलोई में अपने परिवार के साथ एक छोटे से मकान में रहते हैं, और उनके पिता का पेशेवर हौसला सिक्योरिटी गार्ड के रूप में है। पीयूष का स्कोर NEET परीक्षा में 706/720 रहा, और उनकी ऑल इंडिया रैंक 88 और EWS रैंक 3 है।
डॉक्टर बनने का सपना
पीयूष झा का सपना है कि वे भविष्य में एक डॉक्टर बनें, और इसके लिए वे AIIMS से अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने 2021 में 12वीं कक्षा में 89% अंकों के साथ पास किया, और पिछले 3 सालों से NEET की तैयारी कर रहे थे।
संघर्ष और सफलता
पीयूष के जीवन में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत करने का अपना संकल्प बनाया। उन्होंने पहले प्रयास में सफल नहीं होने के बाद दुसरे प्रयास में NEET की परीक्षा पास की, और उनके परिवार और शिक्षकों का साथ और मेहनत ने उन्हें इस मंजिल तक पहुँचाया।
पीयूष कहते हैं, “मेरे टीचर्स की वजह से मुझे साइंस के प्रति लगाव हुआ। इस दौरान मैंने पढ़ाई को बोझ नहीं समझा।” वे अपने सफलता के संदेश के रूप में युवाओं से कहते हैं, “अगर आपको अपने सब्जेक्ट से प्यार है, तो बिना तनाव उसी में आगे बढ़ने की कोशिश करें।”
इसके अलावा, पीयूष झा के साथ ही इस साल सरकारी स्कूलों के 1074 स्टूडेंट्स ने भी NEET परीक्षा क्वॉलिफाई की है, इनमें 695 लड़कियां और 379 लड़के शामिल हैं। इस सफलता के साथ, पीयूष और उनके साथी छात्र ने मेहनत और संघर्ष के माध्यम से अपने सपनों को हकीकत में बदल दिखाया है।