यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए उम्मीदवार को दिन रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने कई बार यूपीएससी परीक्षा में असफलता का सामना किया। लेकिन हार न मानने के जज्बे के चलते आज वह एक आईएएस अधिकारी हैं। हम बात कर रहे हैं आईएएस अधिकारी यशनी नागराजन (IAS Yashni Nagarajan) की।
मूल रूप से अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली यशनी नागराजन (Yashni Nagarajan) ने अपनी नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी की और टाइम मैनेजमेंट करके परीक्षा में सफलता पाई। यशनी की स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, नाहरलगुन (आंध्र प्रदेश) से हुई है। उनके पिता थंगावेल नागराजन रिटायर्ड इंजीनियर हैं जबकि उनकी मां भी नौकरी से रिटायर हो चुकी हैं। वहीं, उनके छोटे भाई ने आईआईएम इंदौर (IIM Indore) से अपनी पढ़ाई की है।
यशनी ने वर्ष 2014 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, युपिया से ईईई में बीटेक पूरी की। जिसके बाद वह रिज़र्व बैंक में ग्रेड बी ऑफिसर के रूप में काम करने लगीं। बैंक में नौकरी के साथ -साथ उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। लेकिन पहले 3 अटेंप्ट में वह असफल रहीं। जिसके बाद उन्होंने चौथा प्रयास किया और उसमें सफलता पाई। आईएएस यशनी बताती हैं कि बैंक की नौकरी के साथ वह हर रोज चार से पांच घंटे तक पढ़ती थीं। उनका कहना है कि छुट्टी वाले दिन वह पढ़ाई के लिए अधिक समय निकाल लेती थीं।
नौकरी करने वाले उम्मीदवारों को वह सलाह देती हैं कि ऐसे उम्मीदवारों को अपना वीकेंड पढ़ाई के लिए रखना चाहिए। यशनी कहती हैं कि ऑप्शनल विषय उम्मीदवार अपनी पसंद का चुने। यशनी नागराजन ने वर्ष 2019 में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास की थी। उन्होंने इस परीक्षा में 57 वीं रैंक प्राप्त की थी और अपने सपने को पूरा किया था।