यशिनी नागराजन, जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 57वीं रैंक हासिल की है, हमें यह सिखाती हैं कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाने के लिए समय प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है। यहाँ उनकी कहानी और सलाह है:
यशिनी की सफलता की कहानी
यशिनी नागराजन का सपना हमेशा सिविल सेवा में सफल होने का था, और उन्होंने इसे पूरा करने के लिए कभी भी हार नहीं मानी। उन्हें चौथी बार ही सफलता मिली, लेकिन इस बार उनका लक्ष्य आईएएस अफसर बनना था।
यशिनी का रोज़ाना का स्वाद्य प्राथमिकता था, और वे इसे सिविल सेवा की तैयारी के लिए भी निकाल लेती थीं। उन्हें नौकरी के साथ भी अपने लक्ष्यों का पीछा करना होता था, और इसके लिए वे दिन-रात मेहनत करती रहीं।
यशिनी ने बताया कि उनका समय प्रबंधन उनकी सफलता का कुंजी था। वे हर दिन चार से पांच घंटे पढ़ाई करने के लिए समय निकालती थीं, जिससे वे अपनी तैयारी को संगठित रूप से कर सकती थीं।
यशिनी को आरबीआई में नौकरी मिल गई, लेकिन उनका सपना आईएएस अधिकारी बनने का था, और इसके लिए वे निरंतर प्रयासरत रहीं। उन्हें पिछली बार की कमियों को सुधारने का निर्णय लिया और फिर से प्रयास किया। उनकी मेहनत और निरंतरता ने उन्हें चौथी बार आईएएस अफसर बनने का सफल सफर दिखाया।
समय प्रबंधन की महत्वपूर्ण सलाह
यशिनी नागराजन द्वारा दी गई सलाह से हमें समय प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका का समझने को मिलता है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी करने के लिए इंटरनेट पर मुफ्त मटेरियल उपलब्ध है, लेकिन सही रणनीति और समय प्रबंधन का महत्वपूर्ण होना चाहिए।
वे सलाह देती हैं कि यूपीएससी की तैयारी करने वालों को अपनी रणनीति को बेहतर बनाने, समय का प्रबंधन करने के लिए सजग रहने, सिलेबस को बार-बार दोहराने, और अपनी कमजोरियों पर काम करने की आदत डालनी चाहिए।
इन सभी बातों को ध्यान में रखकर, आप भी यूपीएससी परीक्षा में सफल हो सकते हैं, जैसे कि यशिनी नागराजन ने किया। यशिनी की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि समय प्रबंधन और संघर्ष के साथ सपनों को पूरा करना संभव है।
इसलिए, यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को यशिनी नागराजन की सलाहों का पालन करने और समय प्रबंधन में सावधानी बरतकर अपने सपनों को पूरा करने की मेहनत और संकल्प बनाने की सलाह दी जा सकती है।