विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकदार सितारों में से एक, हाल ही में विश्व कप 2023 में एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए सचिन तेंदुलकर के वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 49 शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। इसी उपलब्धि के साथ, क्रिकेट जगत में एक बड़ा प्रश्न उठ खड़ा हुआ है: क्या विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के 100 अंतर्राष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे?
इस प्रश्न पर वेस्टइंडीज के पूर्व महान कप्तान क्लाइव लॉयड ने अपनी राय व्यक्त की है। लॉयड का कहना है कि विराट कोहली के पास इस रिकॉर्ड को तोड़ने की पूरी क्षमता है, और उनकी यह उपलब्धि न केवल प्रशंसनीय होगी बल्कि सभी के लिए खुशी का कारण भी बनेगी।
विराट कोहली वर्तमान में 35 वर्ष के हैं और उनकी फिटनेस और फॉर्म को देखते हुए अनुमान
लगाया जा रहा है कि उनके पास अभी 3 से 4 साल का खेल बाकी है। इस दौरान, कोहली ने अपने अद्भुत खेल से यह संकेत दिए हैं कि वे सचिन के 100 अंतर्राष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं। विराट के नाम वर्तमान में 80 अंतर्राष्ट्रीय शतक दर्ज हैं, जिनमें से 29 टेस्ट, 50 वनडे और 1 टी20 इंटरनेशनल में हैं।
सचिन तेंदुलकर, जिन्होंने 1989 से 2013 तक भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया, ने अपने करियर में 200 टेस्ट मैचों में 51 शतक और 463 वनडे में 49 शतक लगाए थे, कुल मिलाकर 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाए। इसके अलावा, उन्होंने 164 अर्धशतक भी लगाए, जिसमें 96 वनडे और 68 टेस्ट शामिल हैं।
विराट कोहली के लिए, यह लक्ष्य अवश्य ही एक बड़ी चुनौती है, लेकिन उनकी क्षमता और फॉर्म को देखते हुए, यह असंभव नहीं लगता। उनकी दृढ़ता, समर्पण और खेल के प्रति जुनून उन्हें इस उपलब्धि की ओर ले जा सकते हैं। कोहली का यह सफर न सिर्फ उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि पूरे क्रिकेट जगत के लिए उत्सुकता और प्रेरणा का कारण बनेगा। अब य
ह देखना होगा कि कोहली इस लंबी यात्रा में कितनी सफलताएं हासिल करते हैं और क्या वे सचिन तेंदुलकर के शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे।
विराट कोहली के इस सफर को देखते हुए, क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों की नजरें उनके प्रदर्शन पर टिकी रहेंगी। उनकी प्रतिभा, दृढ़ता और लगातार प्रयासों से उम्मीद बनी हुई है कि वे नए कीर्तिमान स्थापित कर सकेंगे। यह सिर्फ क्रिकेट के लिए ही नहीं, बल्कि खेल की दुनिया के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी। विराट कोहली का यह सफर निश्चित रूप से युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नई कहानी लिखेगा।