वर्णित नेगी की कहानी न केवल एक IAS अधिकारी के रूप में उनकी सफलता का वृत्तांत है, बल्कि यह उनके दृढ़ संकल्प, परिश्रम और लगातार प्रयासों की गाथा भी है। उत्तराखंड से निकले वर्णित ने अपने शैक्षिक सफर की शुरुआत अपने होमटाउन से की और बाद में कोटा से इंजीनियरिंग का एंट्रेंस देकर एनआईटी, सुरथकल में प्रवेश पाया।
वर्णित ने अपने करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया जब उन्होंने पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में अपनी नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उनका पहला प्रयास 2016 में नाकाम रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी गलतियों का विश्लेषण किया और दूसरे प्रयास में उनकी रैंक 504 रही। यह उनके सपने से कम थी, इसलिए उन्होंने फिर से प्रयास किया।
वर्णित की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास ने उन्हें 2018 में ऑल इंडिया रैंक 13 दिलाई, और वे IAS अधिकारी बन गए। उनकी यह उपलब्धि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
वर्णित का मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए आत्मविश्वास और सही रणनीति अत्यंत आवश्यक हैं। उनकी सलाह है कि उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत के साथ-साथ स्मार्ट वर्क पर भी ध्यान देना चाहिए। उनका यह विश्वास है कि सही रणनीति और समर्पण से किसी भी उच्च लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
वर्णित नेगी की यह कहानी उन सभी के लिए एक उदाहरण है जो अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर हो रहे हैं और उन्हें यह संदेश देती है कि सफलता के लिए दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयास अनिवार्य हैं।