नई दिल्ली के सराय काले खां क्षेत्र में बनने जा रहे फुटओवर ब्रिज से लोगों को एक नई और बेहतर सुविधा प्राप्त होने जा रही है। दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम, रैपिड रेल कंपनी के सहयोग से इस परियोजना पर काम कर रहे हैं। यह फुटओवर ब्रिज सराय काले खां, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन को आरआरटीएस स्टेशन और अंतरराज्यीय बस टर्मिनल से जोड़ेगा। यह फुटओवर ब्रिज न सिर्फ क्षेत्र में आवागमन की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि यहां के मल्टीमॉडल परिवहन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी होगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए रोड इंजीनियरिंग ओवरसियर और यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर (प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग) सेंटर की ओर से प्रस्ताव की समीक्षा की जा रही है। इस फुटओवर ब्रिज से हजरत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन को नए आरआरटीएस स्टेशन से जोड़ने की योजना है, जिससे लोगों को मेट्रो और आरआरटीएस तक आसानी से पहुंच मिल सकेगी। इस फुटओवर ब्रिज में जोड़ी जाने वाली सुविधाओं का निर्धारण अभी बाकी है और यह फुटब्रिज के अलाइनमेंट पर निर्भर करेगा।
इस फुटओवर ब्रिज का मुख्य उद्देश्य है व्यस्त जंक्शन पर निर्बाध पैदल यात्री कनेक्टिविटी प्रदान करना। इसकी अंतिम मंजूरी से पहले यूटीटीआईपीईसी के शासी निकाय द्वारा समीक्षा की जाएगी। बस टर्मिनल और सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन के बीच लगभग 85 मीटर की दूरी है, जहां एंट्री और एग्जिट गेट प्रदान किये जाएंगे। हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और आरआरटीएस स्टेशन के बीच लगभग 280 मीटर की दूरी है, जिसे फुट ब्रिज के जरिये जोड़ा जाएगा।
इस फुटओवर ब्रिज के निर्माण से यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक सुविधा और आसानी प्रदान होगी। इसके अलावा, इस परियोजना से सार्वजनिक परिवहन केंद्रों पर भीड़ कम करने में मदद मिलेगी, जिससे आवागमन में सुधार होगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा पिछले साल आरआरटीएस स्टेशन के पास एक नया तीन-लेन फ्लाईओवर का निर्माण भी इसी दिशा में एक कदम है। इस तरह की परियोजनाएं न केवल यातायात को सुगम बनाती हैं, बल्कि शहर के विकास में भी योगदान करती हैं।