महाराष्ट्र की विश्वांजली गायकवाड़ ने 2016 में आयोजित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के बल पर 11वां स्थान हासिल किया। साक्षात्कार खंड में उन्होंने अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए, संभावित 275 में से 206 अंक अर्जित किए, जिससे उनकी सफलता की नींव और भी मजबूत हुई। विश्वांजली ने अपने अनुभवों के आधार पर कुछ मूल्यवान सुझाव साझा किए हैं, जो आगामी परीक्षार्थियों के लिए प्रेरणास्पद हो सकते हैं।
- विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) की गहन तैयारी: विश्वांजली ने बल दिया कि आवेदन पत्र में दी गई हर जानकारी की गहराई से समझ और तैयारी अत्यंत आवश्यक है। इससे न केवल आत्म-विश्लेषण की क्षमता बढ़ती है बल्कि साक्षात्कारकर्ताओं के सामने आत्मविश्वास से प्रस्तुत होने में भी मदद मिलती है।
- स्नातक स्तर की पढ़ाई पर पकड़: अपने ग्रेजुएशन के विषयों पर अच्छी पकड़ होना चाहिए क्योंकि साक्षात्कार में इनसे संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं। यह न केवल आपके ज्ञान की गहराई को प्रदर्शित करता है बल्कि आपकी सीखने की गंभीरता को भी दर्शाता है।
- नियमित रूप से समाचार पत्रों का अध्ययन: विश्वांजली का मानना है कि दैनिक समाचार पत्रों का अध्ययन करने से न केवल करेंट अफेयर्स की जानकारी बढ़ती है बल्कि यह साक्षात्कार में विविध विषयों पर चर्चा के लिए तैयारी में भी सहायक होता है।
- सोच-समझकर उत्तर देना: उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देते समय विचारपूर्वक और संतुलित तरीके से जवाब देना चाहिए, ताकि आपके द्वारा दिए गए प्रत्येक जवाब से उत्पन्न होने वाले अतिरिक्त प्रश्नों का भी आप सहजता से सामना कर सकें।
- स्वयं बने रहें: अंत में, विश्वांजली ने सबसे महत्वपूर्ण सलाह दी कि साक्षात्कार में सच्चाई और सहजता के साथ प्रस्तुत होना चाहिए। अपनी वास्तविकता को ही अपनी ताकत बनाना चाहिए, क्योंकि ईमानदारी और आत्मविश्वास से बेहतर कोई और आधार नहीं हो सकता।
विश्वांजली गायकवाड़ की ये सिफारिशें न केवल यूपीएससी के उम्मीदवारों के लिए बल्कि किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए भी मार्गदर्शन का कार्य कर सकती हैं।