मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए खुशखबरी है। बृहन्मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने रायगड जिले में एक बड़ी योजना के तहत एक लैंड पार्सल तैयार किया है, जिससे मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी कम होगी। इस परियोजना के पूरा होने से यात्रियों को अब मुंबई की सड़कों पर कम समय व्यतीत करना पड़ेगा, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों बचेगी।
इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन की व्यवस्था करने के उद्देश्य से MMRDA ने रायगड जिले में अपने लैंड पार्सल का विस्तार किया है। इसके अलावा, MMRDA और CIDCO रायगड जिले के विकास का जिम्मा उठाएंगे, जिससे इस क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
लैंड बैंक के विस्तार से, MMRDA को अपने जारी और प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। इस लैंड बैंक में करीब 323 किमी का परिसर आता है और इसमें रायगड जिले के करीब 124 गांव शामिल हैं। इस विकास से MMRDA को हर महीने मोटी कमाई की उम्मीद है।
शिवडी-न्हावासेवा ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) परियोजना, जिसे देश का सबसे लंबा समुद्री पुल होने की उम्मीद है, इस प्रयास का मुख्य आकर्षण है। इस पुल के पूरा होने से मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी नाटकीय रूप से कम हो जाएगी और यात्रा समय में भी काफी कमी आएगी।
इस पुल के निर्माण से न केवल यात्रा सुविधाजनक होगी बल्कि रायगड और नवी मुंबई के आसपास के क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाएं भी खुलेंगी। इस प्रोजेक्ट से मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) के विकास में भी तेजी आएगी, जो निवासियों और व्यापारियों दोनों के लिए समृद्धि लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्रोजेक्ट की सफलता से न सिर्फ मुंबई और नवी मुंबई के बीच की यात्रा आसान होगी, बल्कि यह मुंबई महानगर क्षेत्र के विकास को भी एक नई दिशा प्रदान करेगी।