शाश्वत त्रिपुरारी की IAS की सफलता का सफर एक प्रेरणादायक और अद्भुत कहानी है। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 78वीं रैंक हासिल की। शाश्वत एक IIT दिल्ली से ग्रेजुएट हैं और उन्होंने अपनी सफलता के पीछे न्यूज पेपर्स के महत्व को मान्यता दी है। उन्हें इस परीक्षा के लिए तैयारी के दौरान नियमित रूप से अखबार पढ़ने की आदत बनाई थी।
शाश्वत बताते हैं कि यूपीएससी परीक्षा में अखबारों का बहुत महत्व होता है। वे अपने काम की खबरें निकालते और किसी भी महत्वपूर्ण बिंदु को ध्यान में रखते हैं। उनके अनुसार, पेपर के पहले पन्ने का महत्व अत्यंत होता है, क्योंकि वहां मुख्य समाचार होते हैं। इससे वे अपने काम की खबरें निकालते और किसी भी महत्वपूर्ण बिंदु को ध्यान में रखते हैं। उनके अनुसार, पहले पन्ने के अलावा एडिटोरियल पेज भी योगदानकर्ताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
शाश्वत का कहना है कि अखबार को कोई अन्य मासिक पत्रिका नहीं बदल सकती, क्योंकि वहां पेपर का काम होता है। अखबार से अतिरिक्त जानकारी ली जा सकती है, लेकिन पेपर का काम केवल उसी से होगा। उनके अनुसार, इंटरनेशनल रिलेशंस पेज को भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि वहां विश्व और देश में हो रही महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी होती है।
अखबार के अलावा, पिछले पेज को भी ध्यान से देखना चाहिए, क्योंकि वहां बड़ी खबरें होती हैं। इस प्रकार, अगर कोई उम्मीदवार सही तरीके से अखबार पढ़ता है, तो यह उसकी परीक्षा में मदद कर सकता है। शाश्वत की सलाह है कि आप पेपर के पहले पन्ने से लेकर अंतिम पन्ने तक सभी पेजों को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि हर पेज पर आपको कुछ न कुछ नया सीखने को मिलेगा।