निधि पटेल, जो 2018 बैच की IAS बनने से पहले MBBS और MS परीक्षा भी पास कर चुकी हैं, एक प्रेरणादायक कहानी हैं। उन्होंने केवल नौ से दस महीने की तैयारी में UPSC परीक्षा के पहले प्रयास में सफलता प्राप्त की। इस लेख में, हम निधि की सफलता के पीछे के रहस्य को समझेंगे और उनकी स्टडी स्ट्रेटेजी को जानेंगे।
निधि पटेल की यूपीएससी जर्नी बेहद अनोखी है। उन्होंने बस नौ महीने की तैयारी में ही अपने पहले प्रयास में UPSC परीक्षा पास की और एक IAS ऑफिसर बन गईं। उनकी सफलता में कड़ी मेहनत, सही स्ट्रेटजी और मोटिवेशन का बड़ा योगदान रहा है।
निधि कहती हैं कि उन्होंने कभी भी बहुत सारे नोट्स बनाने या बहुत ज्यादा आंसर राइटिंग प्रैक्टिस नहीं की, बल्कि उन्होंने अपनी तैयारी को सीमित रखा। उनका मानना है कि अगर आपकी स्पीड ठीक है, तो अधिक अभ्यास की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने टॉपर्स की आंसरशीट देखी और कंटेंट पर फोकस किया। उन्होंने समय की सीमा में रहते हुए केवल उत्तर के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया।
निधि का कहना है कि पेपर कभी न छूटे, यह ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान जितने भी प्रश्न आए, सभी पर ध्यान दिया और कोशिश की कि कोई प्रश्न बिना छोड़े न रह जाए।
मोटिवेशनल फैक्टर भी निधि की सफलता में महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने अपने लक्ष्य को बहुत ही सजगता से प्राप्त किया और हमेशा मोटिवेटेड रहे। उनका मानना था कि अंदर से उनका तगड़ा मोटिवेशन ही उन्हें सफलता की राह पर ले जाएगा।
इस रूपरेखा में, निधि पटेल की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि यूपीएससी की तैयारी में महत्वपूर्ण है उचित रणनीति और मोटिवेशन। निधि की इस अनूठी कहानी से हम सब को प्रेरित होने चाहिए कि हमारे सपनों को पूरा करने के लिए हमें हमेशा अग्रसर रहना चाहिए, चाहे रास्ता कितना भी कठिन हो।