प्रीति हुड्डा एक ऐसी व्यक्ति हैं जिन्होंने आर्थिक तंगी के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने में सफलता हासिल की। उनकी IAS सफलता की कहानी उनके प्रेरणादायक संघर्ष और मेहनत का परिणाम है।
प्रीति हुड्डा का कहना है कि परीक्षा पास करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ रिवीजन होती है। वे यह भी समझाती हैं कि यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए सही रणनीति को अपनाना बेहद जरूरी है।
प्रीति हुड्डा का जीवन एक उदाहरण है कि किसी भी परिस्थिति में, अगर आपकी मेहनत और लगन सही हो, तो आप सपनों को पूरा कर सकते हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और परिश्रम से न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि अपने जीवन को भी नई दिशा दी।
प्रीति हुड्डा का जन्म हरियाणा के बहादुरगढ़ में हुआ था। उनके पिता एक बस ड्राइवर थे। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन प्रीति ने इसे बाधा नहीं मानी और अपने सपनों की पुर्ति के लिए कठिनाईयों का सामना किया।
प्रीति ने हिंदी माध्यम से अपनी पढ़ाई की, और उन्होंने दिल्ली के लक्ष्मीबाई कॉलेज से हिंदी में ग्रेजुएशन किया। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी भी हिंदी में ही की, और उन्होंने हिंदी को अपना इलेक्टिव सब्जेक्ट चुना।
प्रीति का पहला प्रयास IAS परीक्षा में विफल रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 2017 में फिर से परीक्षा दी। इस बार उन्हें 288वीं रैंक मिली और उन्होंने अपने सपनों को पूरा किया।
प्रीति का संदेश है कि आत्मविश्वास के साथ तैयारी करें और मेहनत और परिश्रम से सपनों को हकीकत में बदलें।