यूपीएससी परीक्षा एक ऐसा रास्ता है जो लाखों युवाओं के सपनों को साकार करने का दरवाजा खोलता है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की कहानियां हमें हमेशा प्रेरित करती हैं, और गंधर्व राठौर एक ऐसा नाम है जिनकी कहानी आज भी युवाओं को प्रेरित कर रही है।
गंधर्व राठौर, जो आईएएस अफसर हैं, अपने अनुभवों से अब अन्य युवाओं को सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान देने से ही नहीं, बल्कि प्रेजेंटेशन और कम्युनिकेशन स्किल्स पर भी काम करना चाहिए। उनके अनुसार, इन कौशलों का विकास भी उम्मीदवार को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचने में मदद करता है।
गंधर्व राठौर की खुद की सफलता की कहानी भी कुछ इसी तरह है। उन्होंने अपनी पहली कोशिश में यूपीएससी परीक्षा में छोटी सी गड़बड़ी की थी, लेकिन अगली कोशिश में उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति के साथ मेहनत की और सफलता हासिल की।
गंधर्व राठौर जयपुर, राजस्थान की रहने वाली हैं, और उन्होंने वहाँ की स्कूलों से अपनी शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने वर्ष 2013 में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की, और फिर साल 2015 में पीजी की पढ़ाई की। उन्होंने साल 2016 में यूपीएससी परीक्षा में 93वीं रैंक हासिल की थी।
उन्होंने तैयारी के दौरान किसी भी कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया, बल्कि अपनी मेहनत और समर्थन से सफलता की ओर बढ़ते रहे। उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले मुख्य परीक्षा की तैयारी में समय लगाया, और फिर प्रीलिम्स की तैयारी की। इसके अलावा, उन्होंने अपनी हॉबी को भी फॉलो किया, जो कि उन्हें आईएएस की तैयारी में राह दिखाने में मदद करती रही।
गंधर्व राठौर की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए केवल मेहनत ही काफी नहीं होती, बल्कि सही दिशा