दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने बादली-सिरसपुर मेट्रो गलियारा बनाने को लेकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर चुकी है। बल्कि डीएमआरसी ने डीपीआर को सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज भी दिया है। लेकिन दिल्ली सरकार ने बीते छह महीनों से इस रिपोर्ट पर कोई जवाब नहीं दे रही है।
नई दिल्ली: बादली-सिरसपुर मेट्रो कॉरिडोर बनाने को लेकर डीएमआरसी की तरफ से एक किलोमीटर के विस्तार की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जुलाई 2023 में दिल्ली सरकार को भेज दिया गया है। हालांकि, इस पर अभी सरकार की मंजूरी का इंतजार है। इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन पर गुरुग्राम से बादली तक और फिर सिरसपुर तक इसके बाद सीरसपुर से दो किलोमीटर आगे खेड़ा कलां मेट्रो डिपो तक विस्तार किए जाने को लेकर भी टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है।
दिल्ली सरकार की सलाह के बाद सितंबर 2023 से इस रिपोर्ट की तैयारी डीएमआरसी की तरफ से की जा रही है। यह जानकारी डीएमआरसी ने एक आरटीआई के जवाब में दी है। मंजूरी में देरी को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। लोगों का कहना है कि आउटर नॉर्थ एरिया को जोड़ने वाले नरेला इलाके की लंबे समय से अनदेखी की जा रही है। लोगों की मेट्रो की मांग अभी तक पूरी नहीं हो सकी है।
हाल ही में दिल्ली मेट्रो फेज 4 की दो लाइनों की विस्तार परियोजना को शुरू करने के लिए शिलान्यास किया गया, लेकिन अभी तक रिठाला-बवाना-नरेला मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी नहीं मिली है। खेड़ा कलां निवासी सुमन कौशिक ने बताया कि सिरसपुर मेट्रो के लिए ग्रामीणों ने अपनी जमीन भी दी है। यहां डिपो सिरसपुर की जमीन पर ही बना है। दिल्ली की बाकी लाइनों पर मेट्रो के प्रोजेक्ट तेजी से चल रहे हैं, लेकिन इस कॉरिडोर के निर्माण में लगातार देरी हो रही है।