मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, जो महाराष्ट्र के दो बड़े शहरों को जोड़ता है, अब और भी विस्तारित हो रहा है। अब इस हाइवे का 94 किमी. में से 77 किमी. का रूट बनेगा 8 लेन का। यह निर्माण कार्य 5,000 करोड़ रुपये के खर्च के साथ होगा।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का विस्तार करने का फैसला ट्रैफिक जाम को कम करने के उद्देश्य से किया गया है। इस एक्सप्रेसवे पर होने वाली गंभीर समस्या को देखते हुए इसके विस्तार की योजना बनाई गई है।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के विस्तार का प्रस्ताव मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भेजा गया है। इसके तहत, एक्सप्रेसवे पर घाट सेक्शन को छोड़कर पूरे हाइवे का विस्तार किया जाएगा।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की टोल अवधि 2045 में समाप्त होने की संभावना है। यह हाइवे पर होने वाले खर्च की वसूली के लिए टोल की अवधि को 10 से 15 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। इस हाइवे से केवल तीन से चार घंटे में ही मुंबई-पुणे का सफर पूरा होता है।
एक्सप्रेसवे की दूरी कम करने के लिए खोपोली एग्जिट के करीब वैकल्पिक मार्ग तैयार हो रहा है। मिसिंग लिंक प्रॉजेक्ट के पूरा होने से राज्य के दो बड़े शहरों की दूरी 6 किमी. तक घटेगी।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का विस्तार कार्य 2022 में शुरू हुआ था और अब इसका और भी विस्तार किया जा रहा है।