सायन रेलवे ओवर ब्रिज न्यूज़: यातायात के लिए महत्वपूर्ण सायन रोड ओवर ब्रिज को तोड़ने की प्रक्रिया एक बार फिर दबाव के कारण टल गई है। पहले इसे 28 फरवरी की रात से बंद करने का आदेश दिया गया था। लेकिन 27 फरवरी को रेलवे, बीएमसी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि ब्रिज को बोर्ड की परीक्षा के बाद तोड़ा जाएगा।

मुंबई: यातायात के लिए महत्वपूर्ण सायन रोड ओवर ब्रिज को तोड़ने की प्रक्रिया एक बार फिर दबाव के कारण टल गई है। पहले इसे 28 फरवरी की रात से बंद करने का आदेश दिया गया था। लेकिन 27 फरवरी को रेलवे, बीएमसी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि ब्रिज को बोर्ड की परीक्षा के बाद तोड़ा जाएगा। बता दें कि इस ब्रिज को पहले ही आवागमन के लिए खतरनाक घोषित किया जा चुका है। इस ब्रिज से प्रतिदिन हजारों की संख्या में भारी और हल्के वाहन गुजरते हैं।

यदि किसी दिन दुर्घटना हुई तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में बीएमसी कमिश्नर आई.एस. चहल से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सके। बीएमसी कमिश्नर को यह अधिकार है कि वह ट्रैफिक पुलिस को निर्देश देकर ब्रिज से आवागमन रुकवा सकते हैं। बीएमसी में पूर्व नेता विपक्ष रवि राजा ने कहा कि यह बहुत बड़ी समस्या है। बीएमसी और रेलवे को मिलकर कोई वैकल्पिक मार्ग जनता को उपलब्ध करना चाहिए। यह बहुत ही महत्वपूर्ण कनेक्टिंग ब्रिज है।

अभी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, यदि यह बंद होता है तो लोगों को डेढ़ घंटे अतिरिक्त लगेंगे। सायन हॉस्पिटल वाले रास्ते से जाने में भी परेशानी है, क्योंकि धारावी में बड़े पैमाने पर सड़कों के पुनर्निर्माण का काम चल रहा है। बता दें कि वर्ष 2018 में गोखले ब्रिज हादसे के बाद रेलवे, बीएमसी और आईआईटी बॉम्बे ने मुंबई के पुराने पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट किया था। तब खतरनाक ब्रिजों के अलावा ब्रिटिश कालीन सभी ब्रिज को दोबारा बनाने का फैसला हुआ था। इसमें यह ब्रिज भी शामिल है। ब्रिज का निर्माण दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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