मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या का सामना करना अब किसी चुनौती से कम नहीं है। इस समस्या को लेकर गुरुवार को मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर स्थित मीरा-भाईंदर, वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडे के कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एनएचएआई, आरटीओ, हाइवे पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, वसई-विरार मनपा, और मीरा-भाईंदर मनपा के अधिकारी शामिल थे।
मुख्य बातें
एक घंटे की दूरी तय करने में 4 से 6 घंटे लग रहे हैं।
NHAI की तरफ से हाइवे को कंक्रीट का किया जा रहा है।
ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से लोगों की हालत खराब है।
विस्तार से
मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। NHAI ने हाइवे को कंक्रीट का बनाने का काम शुरू किया है, जिसके कारण ट्रैफिक जाम की समस्या और बढ़ गई है। वाहन चालकों को अब एक घंटे की दूरी तय करने में 4 से 6 घंटे लग रहे हैं। इससे न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या है, बल्कि प्रदूषण भी बढ़ गया है। धूल के कारण हाइवे प्रदूषित हो रहा है, जिससे लोगों की स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
गुरुवार को सांसद राजेंद्र गावित ने सभी विभागीय अधिकारियों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय में बैठक बुलाई और इस समस्या का हल ढूंढने के लिए चर्चा की।
समाधान के लिए प्रस्ताव
मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी, ताकि कोई भी वाहन चालक नियमों का उल्लंघन न करे।
ट्रैफिक जाम वाली जगहों पर पुलिसकर्मी और वॉर्डन तैनात किए जाएंगे।
इमर्जेंसी सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में फेरीवालों पर कार्रवाई की जाएगी।
सभी विभागीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वह अपना कार्य पूरी जिम्मेदारी के साथ करेंगे, ताकि आम लोगों को कोई परेशानी न हो। यह चर्चा समस्या का समाधान ढूंढने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।