स्तुति चरण ने यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया तीसरी रैंक हासिल की थी। वह एक ऐसी उदाहरण हैं जो न केवल पहले प्रयास में सफल हुईं, बल्कि उन्होंने इस प्रतियोगिता में शीर्ष 10 में अपनी जगह बनाई।
यूपीएससी परीक्षा को पास करना और आईएएस के पद पर नौकरी पाना कोई आसान काम नहीं है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ ही उनमें सफल हो पाते हैं।
स्तुति चरण की स्कूली शिक्षा राजस्थान के भीलवाड़ा से हुई थी। उन्होंने विवेकानंद केंद्र विद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई जोधपुर के लाचू मेमोरियल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से की। ग्रेजुएशन के बाद वह दिल्ली गई और एक कॉलेज से पर्सनल एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स में पोस्ट-ग्रेजुएशन डिप्लोमा किया।
स्तुति ने बताया कि उन्हें बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनने का सपना था। वह सफलता की हर एक कहानी से प्रेरणा लेती हैं और खुद को एक आईएएस के रूप में देखती हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान टॉपर्स की कहानियां पढ़ीं और उनसे प्रेरणा ली।
स्तुति ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की जब वह बैंक में प्रोबेशनरी अधिकारी के पद पर थीं। लेकिन उन्हें देश के लिए कुछ करने की भावना थी, इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की।
इस तरह, स्तुति चरण ने अपनी मेहनत और उत्साह से यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की, जो उन्हें आईएएस अधिकारी बनने का मौका दिया। उनकी कहानी से हम सभी को प्रेरणा मिलती है कि किसी भी संघर्ष से नहीं हारना चाहिए और मेहनत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।