राजधानी दिल्ली के गतिविधियों में एक तेजी से बदलाव का सामना किया जा रहा है। धौला कुआं के पास स्थित नारायणा फ्लाईओवर पर रिपेयरिंग के काम के कारण उसका एक हिस्सा बंद किया गया है। इसका सीधा परिणाम यह है कि आस-पास के इलाकों में भारी जाम का सामना किया जा रहा है। यह स्थिति गुरुवार को अधिकतर इलाकों में आस-पास के पूरे इलाके में महसूस की गई।
नारायणा फ्लाईओवर के एक पूरे हिस्से को गाड़ियों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। गाड़ियों की आवाजाही रोकने का कारण है फ्लाईओवर के इस हिस्से पर एक्सपेंशन जॉइंट्स को ठीक करने का काम। इस काम के दौरान नियमित जाम और विस्तारित बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। इसके परिणामस्वरूप, सारे ट्रैफिक को नीचे की रोड पर डायवर्ट किया गया है। इससे गाड़ियों की स्पीड कम हो गई है और यह संकरी होने लगी है। इसके साथ ही, आस-पास भी भारी अतिक्रमण और रेड लाइटों पर ट्रैफिक के बार-बार रुकने के कारण रिंग रोड पर भारी जाम लग रहा है। इस वजह से पीक आवर्स में धौला कुआं से भी पीछे मोती बाग तक गाड़ियों की लाइन लग गई है।
इस जाम से बचने के लिए लोगों ने दूसरी सड़कों का रुख किया, जैसे कि रिज रोड, करिअप्पा मार्ग, जेल रोड, और पंखा रोड, लेकिन इन सड़कों पर भी हैवी ट्रैफिक का सामना किया जा रहा है। यहाँ तक कि धौला कुआं से मायापुरी तक जाने वाले लोगों को भी घंटों जाम में फंसे रहना पड़ रहा है। इससे अस्पताल जा रहे मरीजों, फ्लाइट या ट्रेन पकड़ने जा रहे लोगों, स्कूली बच्चों, और कामकाजी लोगों को भी परेशानी हो रही है।
इस स्थिति को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस कई उपायों को आजमा रही है। वे वैकल्पिक रास्ते, ट्रायल बेसिस पर उपाय, और दूसरे विकल्पों को विचार में ले रहे हैं। इन उपायों को अंतिम रूप देने से पहले, ट्रायल बेसिस पर उन्हें आजमाया जाएगा और उनके परिणामों के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा, कई कट्स को बंद करने और कुछ जगहों से ट्रैफिक को डायवर्ट करने का विचार किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस जल्द ही स्थिति को स्पष्ट करेगी और सुधारने के उपायों का निर्धारण करेगी।
इस तरह, दिल्ली में नारायणा फ्लाईओवर के बंद होने से उत्पन्न हुई यह स्थिति लोगों को कई परेशानियों का सामना कराने वाली है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस और सरकार का प्रयास है कि इसे जल्दी से सुधारा जा सके और लोगों को अधिक तकलीफ से बचाया जा सके।