हजारीबाग की अमिषा राज ने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया. उनके पिता एक छोटी सी दुकान से पूरे परिवार का पालन-पोषण करते थे. पिता को खोने के बाद कई बच्चे हालात की मार से पढ़ाई लिखाई छोड़ देते हैं लेकिन अमिषा ने हिम्मत नहीं हारी. उसका परिणाम ये रहा कि आज वो […]