हम भारतीय जुगाड़ के मामले में बहुत आगे हैं. कई बार हमने देखा है कि भारत के लोग अपने सपनों को पूरा कर पाने में सक्षम ना होने पर जुगाड़ में दिमाग भिड़ा देते हैं और कुछ ऐसा बना देते हैं जो सबको हैरान कर जाता है. धनबाद के बेलगड़िया में भी एक युवक को कुछ ऐसा ही जुगाड़ लगाते देखा गया, जिसकी अब जमकर चर्चा हो रही है. कबाड़ से बना दी इलेक्ट्रिकल साइकिल दरअसल, धनबाद के बेलगड़िया में इन दिनों एक इलेक्ट्रिक साइकिल बहुत चर्चा में है. ये को शोरूम से ली गई महंगी इलेक्ट्रिकल साइकिल नहीं है बल्कि इसे बेलगड़िया के एक युवक ने जुगाड़ से बनाया है.
इस लड़के के हुनर का कमाल देख हर कोई हैरान है. राजू कुमार नामक इस युवक ने 25 किलोमीटर तक बैट्री से चलने वाली साइकिल बनाई है, जिसकी अब इलाके भर में खूब चर्चा हो रही है. पेशे से साइकिल मेकेनिक का काम करने वाले राजू ने कबाड़ में पड़ी एक साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल दिया है. इसपर खर्च किये 25 हजार न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, कबाड़ में पड़ी एक साइकिल को देख राजू को ख्याल आया कि वह इसे इलेक्ट्रिकल साइकिल में बदल दें. जिसके बाद उन्होंने यूट्यूब की मदद ली और वहीं से वीडियो देख इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने के लिए उपयोग में आने वाले उपकरणों की जानकारी प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने ये समान बाजार से खरीदे. इनमें उन्हें करीब 25 हजार रुपये खर्च करने पड़े.
उन्होंने 7 हजार का मोटर, बैटरी,गियर समेत अन्य चीजें शामिल हैं. इसमें लगी बैट्री मोटर को करंट देती है और मोटर से बाइक के पहिये घूमते हैं. जिससे ये साइकिल चलने लगती है. इस तरह तैयार की इलेक्ट्रिकल साइकिल एक पैटी, ब्रशलेस डीसी मोटर और स्विच कंट्रोलर की मदद से साइकिल को बैट्री से चलने लायक बनाया गया है. इसके साथ ही राजू ने कबाड़ से कुछ सामान लेकर साइकिल को एसेंबल किया. इस तरह राजू ने अपनी कड़ी मेहनत से कुछ समय में इस साइकिल को तैयार कर दिया.
एक बार चार्ज होने पर यह साइकिल 20-25 किलोमीटर तक चलती है. यह साइकिल ढाई घंटे मेंचार्ज हो जाती है. बता दें कि ये साइकिल दो लोगों का भार लेकर भी करीब 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. राजू ने इस बारे में कहा कि उनका ये इनोवेशन उनके लिए बहुत मायने रखता है. जब उसकी बनाई इस साइकिल की लोग तारीफ करते हैं तो उन्हें बहुत खुशी मिलती है.