यूपीएससी, भारत की सबसे मान्यता प्राप्त परीक्षा में सफलता पाना हर छात्र का सपना होता है। इस सफलता की राह में कई बाधाएँ आती हैं, लेकिन कुछ लोग उन बाधाओं को पार करते हैं और अपने सपनों को साकार करते हैं। ओम प्रकाश गुप्ता उन्ही विशेष लोगों में से एक हैं।
बिहार की प्रतिभा का परिणाम: बिहार का नाम अकेले प्रतिभा के लिए ही नहीं रहा, बल्कि वहां के छात्र-छात्राओं की मेहनत और संघर्ष ने भी इसे प्रसिद्ध किया। ओम प्रकाश गुप्ता ने बिना किसी खास संसाधन और सुविधा के, अपनी कठिनाईयों को मात देते हुए यूपीएससी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
पटना का गौरव: सोनारु गांव के ओम प्रकाश ने पटना जिले का नाम उच्चायी पर पहुंचाया। उनकी सफलता की कहानी ने आने वाली पीढ़ी को प्रेरित किया और उन्हें दिखाया कि संघर्ष और समर्पण से आप अपने सपने पूरे कर सकते हैं।
सरकारी स्कूल से शिक्षा की शुरुआत: जबकि अधिकतर लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं, ओम प्रकाश ने सरकारी स्कूल में शिक्षा प्राप्त की और उसे उचित दिशा दी।
पिता के साथ मेहनत: ओम प्रकाश ने अपनी पढ़ाई के दौरान अपने पिता की मदद की और ट्यूशन भी पढ़ाया। उनकी इस मेहनत और समर्पण ने उन्हें अपने लक्ष्य की और और भी पास ले जाया।
ट्यूशन से फंडिंग: ओम प्रकाश ने अपनी पढ़ाई के लिए ट्यूशन पढ़ाकर पैसे जमा किए। उन्होंने इसे अपने फायदे में बदल दिया और अपनी मेहनत से सफलता पाई।
अंतिम शब्द: ओम प्रकाश गुप्ता की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब आप मेहनत और समर्पण से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। उनकी कहानी हमें प्रेरित करती है और हमें यह दिखाती है कि सच्ची मेहनत से ही सफलता मिलती है।