आईएएस अधिकारी वंदना मीणा (IAS Vandana Meena) ने स्वयं को साबित किया है कि सफलता पाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के समय हर दिन 15 से 16 घंटे पढ़ाई की थी और अपने प्रयासों के साथ राजस्थान के एक छोटे से गांव का नाम रोशन किया।
प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं, निखर कर सामने आती है। वंदना मीणा (IAS Vandana Meena) एक ऐसी आईएएस अधिकारी हैं जो राजस्थान के छोटे से गांव टोकसी से आती हैं। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 331 वीं रैंक हासिल कर परिवार के साथ-साथ पूरे गांव का नाम रोशन किया।
वंदना मीणा (Vandana Meena) ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा नारायणबगड़ में स्थित SGRR स्कूल से प्राप्त की थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के आचार्य नरेंद्र जैन कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की, जहां वह मैथ्स ऑनर्स में अपनी डिग्री हासिल की।
वंदना के पिता पृथ्वीराज मीणा दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में हैं, और मां संपति देवी एक कुशल गृहिणी हैं। वंदना ने अपने जीवन के हर कदम पर प्रतिभा और मेहनत का साथ दिया है।
वंदना मीणा कहती है कि सफलता का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने परीक्षा के समय 15 से 16 घंटे तक पढ़ाई की है और वर्ष के बचे हुए दिनों में भी हर रोज़ करीब दस घंटे पढ़ाई की, तब जाकर उन्हें यह मुकाम मिला है।
IAS वंदना मीणा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं, वह यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को गाइड करने के लिए वीडियो बनाकर भी साझा करती हैं।
वंदना मीणा की यह सफलता उनके परिवार और क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है, और उन्हें बड़ी बधाइयाँ और शुभकामनाएं मिल रही हैं। उनके प्रयासों की मिसाल देकर हम सभी को प्रेरित करती हैं कि संघर्ष और मेहनत से ही सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।