मोहम्मद शमी की विकेटों का जश्न
इस अविस्मरणीय मैच में, शमी ने अपनी घातक गेंदबाजी से महज 18 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए। उनका यह प्रदर्शन भारत के लिए 302 रनों की विशाल जीत का कारण बना। प्रत्येक विकेट के साथ, उनका उत्साह और भावनाएं दोनों ही चरम पर थीं। खास बात यह रही कि पांचवें विकेट के बाद उनका जश्न एक खास अंदाज में था, जिसमें उन्होंने गेंद को अपने सिर पर घुमाया। यह इशारा गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे की ओर था, जो एक विशेष नोट पर उनकी सराहना और सम्मान का प्रतीक था।
शमी का रिकॉर्ड और प्रदर्शन
मोहम्मद शमी ने न केवल मैच में अपनी छाप छोड़ी बल्कि हरभजन सिंह के रिकॉर्ड को भी तोड़ा। हालांकि कई अटकलें थीं कि उनका जश्न हरभजन को देखकर है, लेकिन शुभमन गिल के अनुसार यह सच नहीं था। शमी ने अपने कोच की ओर सम्मान सूचक इशारा किया था।
उन्होंने इस प्रदर्शन के साथ विश्व कप में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में भी अपनी स्थिति मजबूत की। अब तक उन्होंने विश्व कप में 15 मैचों में 35 विकेट हासिल किए हैं, जिससे उनकी प्रति मैच औसत विकेट संख्या बहुत ही शानदार रही है।
टीम इंडिया की जीत में शमी का योगदान
मोहम्मद शमी की गेंदबाजी भारत की जीत का मुख्य कारण रही। उनके प्रदर्शन ने भारतीय टीम को नई ऊर्जा प्रदान की और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उनकी गेंदबाजी की गति, सटीकता और विविधता ने विपक्षी टीम को परेशान किया और श्रीलंका के बल्लेबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया।
भविष्य के प्रदर्शन की उम्मीदें
इस जीत के साथ, शमी की अगले मैचों और टूर्नामेंट्स में और भी अधिक उम्मीदें बढ़ गई हैं। उनकी इस क्षमता और फॉर्म को देखते हुए, उम्मीद है कि वह भारतीय टीम के लिए आने वाले मैचों में भी योगदान देते रहेंगे और टीम को और जीत दिलाएंगे।