जैसे ही विश्व क्रिकेट की नज़रें विश्व कप पर टिकी हुई हैं, वहीं भारतीय घरेलू क्रिकेट में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी अपने रोमांचक मैचों के साथ एक अलग ही स्तर पर आरोहित हो रही है। उत्तर प्रदेश और पंजाब के बीच हुए एक ऐसे ही नाटकीय मुकाबले में, रिंकू सिंह ने एक विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
रिंकू सिंह का आक्रामक अंदाज
रिंकू सिंह ने मैच में अपने 77 रनों के दम पर न केवल पंजाब के गेंदबाजों को पस्त किया, बल्कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम के दरवाजे पर भी जोरदार दस्तक दी। उनके इस प्रदर्शन ने प्रशंसकों के बीच यह मांग जोरों पर ला दी है कि उन्हें जल्द से जल्द भारतीय टीम में शामिल किया जाए।
पंजाब की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और 20 ओवरों में 169 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में उत्तर प्रदेश की ओर से रिंकू सिंह ने मात्र 33 गेंदों में 4 चौके और 6 छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 77 रन बनाए। विशेष रूप से, अर्शदीप सिंह के ओवर में उन्होंने 24 रन बटोरे जिसमें छक्के प्रमुख थे और प्रत्येक छक्का परिधि के पार जा रहा था।
रिंकू की ट्रॉफी में शानदार पारियां
अब तक के टूर्नामेंट में, रिंकू सिंह ने 6 मैच खेले हैं और 59.66 की औसत और 152.99 की स्ट्राइक रेट से 179 रन बनाए हैं। इस दौरान, उन्होंने 16 चौके और 7 छक्के जड़े हैं।
राष्ट्रीय टीम में जगह की आशा
विश्व कप के उपरांत, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच T20 सीरीज़ खेली जानी है। इस सीरीज में रिंकू सिंह को राष्ट्रीय टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है, विशेषकर तब जब उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था।
रिंकू सिंह ने भारत के लिए T20 क्रिकेट में 5 मैच खेले हैं, और इस दौरान उन्होंने 75 रन बनाए हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों के अनुसार, वह भारतीय टीम के अगले फिनिशर के रूप में उभर सकते हैं।
रिंकू सिंह की यह अद्भुत क्षमता और उनकी विस्फोटक पारियां निश्चित रूप से उन्हें भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल सितारों में शुमार करती हैं। अब देखना यह है कि वे अपने इस फॉर्म को किस हद तक और किस तरह से राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाने के लिए इस्तेमाल कर पाते हैं।