क्रिकेट के गर्वीले इतिहास में गेंदबाजों का अपना एक खास महत्व होता है, और जब बात हो वनडे मैचों की, तो शतकीय विकेट एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम, जिसे अपने तेज गेंदबाजी के जादूगरों के लिए जाना जाता है, ने हाल ही में अपने एक और सितारे का स्वागत किया है – हसन अली। हसन अली ने न केवल 100 वनडे विकेटों का आंकड़ा छूकर खुद को तेज गेंदबाजी के उस एलीट क्लब में शामिल किया, बल्कि एक महान गेंदबाज का रिकॉर्ड भी ध्वस्त किया।
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का 35वां मैच जो बेंगलुरु में खेला गया, उसमें हसन अली ने अपनी गेंदबाजी का जादू बिखेरा। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली सफलता प्राप्त की और अपने वनडे करियर के 100वें विकेट का जश्न मनाया। यह उपलब्धि उन्होंने अपने 66वें मैच में हासिल की, जो कि पाकिस्तान के लिए उमर गुल के बाद सबसे तेज 100 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड है।
मैच की शुरुआत में, न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने पावरप्ले में ही मजबूत शुरुआत कर दी थी, लेकिन हसन अली ने पावरप्ले के तुरंत बाद डेवन कॉनवे को अपना शिकार बनाकर पारी की दिशा बदल दी। उन्होंने कॉनवे को विकेटकीपर मोहम्मद रिज़वान के हाथों कैच करवाकर अपनी टीम को बड़ी सफलता दिलाई।
हसन अली की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए भी गौरवान्वित करने वाली है। उमर गुल के 67 मैचों की तुलना में हसन ने एक मैच पहले ही यह कारनामा कर दिखाया है। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि पाकिस्तानी गेंदबाजों की विरासत में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है।
शाहीन अफरीदी, जिन्होंने अपने करियर के 51वें मैच में 100 विकेटों की उपलब्धि हासिल की थी, इस सूची में सबसे आगे हैं। इसके अलावा, वकार यूनिस, शोएब अख्तर, और राणा नावेद उल हसन जैसे दिग्गजों ने भी पाकिस्तान क्रिकेट को अपनी गेंदबाजी से अद्वितीय उपलब्धियां दी हैं।
हसन अली का यह प्रदर्शन न सिर्फ वनडे क्रिकेट में उनकी विशेषता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि पाकिस्तान के पास आने वाले वर्षों में क्रिकेट के मैदानों पर धूम मचाने के लिए गेंदबाजी का एक मजबूत आधार है।