मोहम्मद शमी, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल मैच में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, अब विश्व कप के खिताब के लिए टीम इंडिया के लिए एक कदम की दूरी पर खड़े हैं। इस लेख में, हम उनके इस महत्वपूर्ण प्रदर्शन की बात करेंगे और उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष की कहानी पर गौर करेंगे।
वनडे विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल मैच में, भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 70 रनों से जीत हासिल की और फाइनल में प्रवेश करने का अधिकार प्राप्त किया। इस मैच में विराट कोहली और श्रेयस अय्यर की शानदार सेंचुरी के बाद, मोहम्मद शमी ने भी बेहद अद्वितीय गेंदबाजी करके 7 विकेटों को अपने नाम किया। उनकी गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड की खिलाड़ियों को समस्या का सामना करना पड़ा और टीम इंडिया को मैच जीतने में मदद मिली।
मोहम्मद शमी की गेंदबाजी से भारत ने लगातार 10वीं जीत दर्ज की, और उन्होंने 9.5 ओवर में 7 विकेट हासिल किए। उन्होंने डेवोन कॉनवे, रचिन रविंद्र, केन विलियमसन, टॉम लैथम, डेरिल मिचेल, टिम साउदी, और लॉकी फर्ग्यूसन का विकेट लिया।
मोहम्मद शमी की क्रिकेट करियर की इस कहानी में एक और रोचक पहलू है, जो उनकी जीवन में आई मुश्किलों की मिसाल प्रस्तुत करता है। उन्होंने अपने जीवन में तीन बार सुसाइड की कोशिश की है, और यह संघर्ष उनके जीवन के एक महत्वपूर्ण हिस्से का हिस्सा बन गया है।
तेज गेंदबाज की निजी जिंदगी में कुछ सालों से हुई जंगलमें थी। उनकी पत्नी के साथ तलाक के मामले में कोर्ट की प्रक्रिया चल रही है, और दोनों के बीच विवाद जारी है। इसके बीच, मोहम्मद शमी ने अपनी जिंदगी को खत्म करने की कोशिश की है।
कोरोना काल के दौरान, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर एक लाइव चैट के दौरान, मोहम्मद शमी ने अपनी जीवन की इन चुनौतियों को साझा किया था। उन्होंने बताया कि वे इतने परेशान थे कि उन्होंने तीन बार आत्महत्या की कोशिश की। परेशानियों की वजह से उन्हें क्रिकेट से 18 महीने तक दूर रहना पड़ा।
मोहम्मद शमी ने कहा, “जब मैंने वापस खेलना शुरू किया, तो मेरी निजी जिंदगी में दिक्कतें चल रही थीं। मुझे लगता है कि अगर मेरे परिवार ने मुझे सपोर्ट नहीं किया होता, तो मैं यहां तक पहुंच भी नहीं पाता, मैंने तीन बार सुसाइड के बारे में सोचा था।”
इस भयानक संघर्ष के बावजूद, मोहम्मद शमी ने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत के साथ वनडे विश्व कप में भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान किया है। वे टीम इंडिया को खिताब जीतने की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं और उनका योगदान इस यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
मोहम्मद शमी की कड़ी मेहनत और संघर्ष की इस कहानी से हम सिख सकते हैं कि जीवन में आनेवाली मुश्किलों का सामना कैसे किया जाता है, और उन्हें पार करने के लिए कैसे आत्म-संघर्ष किया जा सकता है। मोहम्मद शमी की इस कड़ी मेहनत और संघर्ष की कहानी हमें यह सिखाती है कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए विश्वास और आत्मसमर्पण महत्वपूर्ण हैं।
इस प्रकार, मोहम्मद शमी की कड़ी मेहनत और उनके संघर्ष से हम सभी को एक महत्वपूर्ण सन्देश मिलता है – जीवन में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए, और हमें हर समस्या का समाधान ढूंढने के लिए मेहनत और संघर्ष करना चाहिए। मोहम्मद शमी की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हालात चाहे जैसे भी हों, हमारी मेहनत और संघर्ष हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकते हैं।