आईपीएल 2024 के मिनी ऑक्शन की तारीख नजदीक आते ही क्रिकेट जगत में हलचल महसूस की जा रही है। इस रोमांचक इवेंट में जहां कई खिलाड़ी बड़ी बोलियों की आशा रखते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिनका करियर एक नाजुक मोड़ पर खड़ा है।
हनुमा विहारी का करियर संकट में
टीम इंडिया और आईपीएल दोनों से नकारे जा चुके हनुमा विहारी, जिन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच साल 2019 में खेला था, आज अपने करियर के सबसे कठिन दौर में हैं। उनके आईपीएल में कम उपस्थिति और निम्न प्रदर्शन के चलते, फ्रेंचाइजियों ने उन्हें 2020 के ऑक्शन में भी नजरअंदाज किया था।
विहारी के घरेलू प्रदर्शन की अनदेखी
हनुमा विहारी, जो आंध्र प्रदेश की टीम की कमान संभालते हैं, उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में आकड़े बेहद प्रभावशाली हैं। 116 मैचों में 52.71 की औसत से 8803 रन और 23 शतकों के साथ, उनका प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। फिर भी, टीम इंडिया की ओर से उन्हें लगातार अनदेखा किया जा रहा है।
आईपीएल 2024 ऑक्शन में विहारी की स्थिति
आईपीएल 2024 ऑक्शन के दौरान भी, विहारी के अनसोल्ड रहने की संभावना अधिक है। इससे उनके करियर पर एक बड़ा सवाल चिन्ह लग गया है।
संन्यास की ओर बढ़ते कदम
30 वर्षीय विहारी का क्रिकेट करियर अब एक ऐसे मोड़ पर है, जहाँ उन्हें संन्यास लेने का विचार करना पड़ सकता है। लगातार अवहेलना और अवसरों की कमी के चलते, उनके सामने यह निर्णय लेना एक कठिन लेकिन यथार्थवादी विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष
हनुमा विहारी का करियर एक ऐसी कहानी है, जो प्रतिभा और संघर्ष के बीच झूल रही है। उनकी स्थिति क्रिकेट के उस पक्ष को उजागर करती है जहां प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी कभी-कभी सिस्टम की उपेक्षा का शिकार हो जाते हैं। उनका भविष्य अब अनिश्चित है, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों की ओर से उन्हें शुभकामनाएँ बनी रहेंगी।