यूपीएससी सफलता की एक अनूठी कहानी: अभिजीत की उद्यमिता और संकल्प
यूपीएससी परीक्षा में अभिजीत की कामयाबी के बाद उनके परिवार के लोग बेहद खुश हैं। अभिजीत ने अपने दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा को पास किया है, और इस सफलता के साथ वे एक नई शुरुआत कर रहे हैं।
हौसले की मिसाल: पैकेज को छोड़, सपने को पूरा करने का संकल्प
अगर हौसले बुलंद हों और मंजिल को पाने की चाहत हो, तो कुछ भी संभव है। आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनाएंगे जिसमें एक युवा ने लाखों के पैकेज वाली नौकरी को ठुकरा दिया और अपने सपनों की पूर्ति के लिए उद्यमित होकर UPSC की तैयारी की।
अभिजीत की सफलता की कहानी
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आ चुके हैं, और परीक्षा में सफल उम्मीदवारों की लिस्ट में जयपुर के अभिजीत का नाम भी शामिल है। वे एक पुलिस अफसर के बेटे हैं और इस सफलता के बाद पूरे परिवार में ख़ुशी का माहौल है। अभिजीत ने परीक्षा में 440 वीं रैंक प्राप्त की है, जो उनके मेहनत और संकल्प का परिणाम है।
सफलता के लिए पूरी मेहनत और संकल्प
अभिजीत ने अपनी पढ़ाई आईआईटी से शुरू की थी, लेकिन सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने UPSC की तैयारी में जुट जाने का संकल्प किया। साल 2021 में दिए पहले अटेंप्ट में सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्हें वो नौकरी का पैकेज छोड़ने का साहस दिखाया था। उन्होंने 35 लाख रुपये सालाना पैकेज पर नौकरी को ठुकराया और सिविल सेवा परीक्षा 2022 में सफलता हासिल की।
इंटरनेट की मदद से की तैयारी
अभिजीत के पिता, अनूप सिंह, वर्तमान में यूपी के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात हैं, और उनकी मां, सरिता गृहणी हैं। अभिजीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने उनके अध्यापक और माता-पिता को दिया है, जिन्होंने उन्हें निरंतर प्रेरित किया। उनके पिता अनूप सिंह का कहना है कि अभिजीत पहले अटेम्पट में सफल नहीं हो सके थे, लेकिन उनका जज्बा और मेहनत ने दूसरे प्रयास में उन्हें परीक्षा में सफलता दिलाई है।
निष्कर्ष
अभिजीत की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सपनों को पूरा करने के लिए विशेष संकल्प और मेहनत की आवश्यकता होती है, और जब हौसला बुलंद होता है, तो कुछ भी संभव है। अभिजीत ने अपने सपनों की पूर्ति के लिए पैकेज को छोड़कर UPSC की तैयारी की और उसका संकल्प उन्हें सफलता दिलाई। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए उत्साह और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है।