रिंकू राही का नाम आज भारतीय प्रशासनिक सेवा की सफलता के संदर्भ में एक प्रेरणास्रोत बन चुका है। उनकी जीवन यात्रा ने साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प और अदम्य साहस से किसी भी मुश्किल का सामना किया जा सकता है। यूपीएससी परीक्षा 2022 में उनकी सफलता ने इसे और भी विशेष बना दिया है।
रिंकू राही की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। उन्होंने अपनी नौकरशाही की शुरुआत में ही 100 करोड़ रुपये के एक छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया, जिसके चलते वे माफिया और बदमाशों के निशाने पर आ गए। इस बहादुरी की कीमत उन्हें अपनी जान पर खेलकर चुकानी पड़ी। 2009 में उन पर सात गोलियां चलाई गईं, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और वे एक आंख और कान की सुनने की क्षमता खो बैठे।
इस हमले के बावजूद, राही ने हार नहीं मानी। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने अपनी इस दुखद घटना को अपनी शक्ति में बदल दिया और यूपीएससी की कठिन परीक्षा को पास करने का संकल्प लिया। उनकी यह सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक मिसाल है।
रिंकू राही का जीवन संघर्ष और साहस की एक अद्भुत कहानी है। उन्होंने न केवल घोटाले का पर्दाफाश किया, बल्कि अपने ऊपर हुए हमले के बाद भी अपने मिशन को जारी रखा। उनका यह दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि निडरता और ईमानदारी के साथ किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। राही की यह यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उनकी सफलता यह सिद्ध करती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी बाधा आपको अपने लक्ष्य से दूर नहीं कर सकती।