यह कहानी आईएएस अधिकारी अनुराग कुमार की सफलता की यात्रा को दर्शाती है। अनुराग ने अपने शैक्षिक जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया, जैसे कि ग्रेजुएशन में कई विषयों में असफल होना और मैथ्स की प्री-बोर्ड परीक्षा में फेल होना। फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कठिनाइयों को अपनी सफलता की सीढ़ी बना दिया।
अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में पहले 677वीं रैंक हासिल की और फिर 2018 में 48वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस अधिकारी बने। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में भी दृढ़ संकल्प और समर्पण से हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।