यूपीएससी परीक्षा, भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। सलोनी वर्मा, जिन्होंने यूपीएससी 2020 में ऑल इंडिया रैंक 70 हासिल की, उन्होंने अपनी सफलता के लिए एक अनोखी रणनीति अपनाई। आइए जानते हैं सलोनी की सफलता के पीछे के पाँच ‘सीक्रेट’।

1. सिलेबस की गहराई से समझ

सलोनी का मानना है कि सिलेबस को अच्छी तरह से समझना और उसे याद करना सफलता की कुंजी है। उन्होंने सिलेबस की हर बारीकी को ध्यान से समझा और उसके अनुसार अपनी तैयारी की।

2. ऑप्शनल विषय का सावधानीपूर्वक चुनाव

एक सही ऑप्शनल विषय का चुनाव यूपीएससी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सलोनी ने इस बात को समझा और अपने इंटरेस्ट और स्ट्रेंथ के अनुसार ऑप्शनल विषय का चयन किया।

आईएएस सलोनी वर्मा

3. सही स्टडी मटेरियल का चयन

सलोनी ने स्टडी मटेरियल के चुनाव पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने किताबों के साथ-साथ इंटरनेट से भी जरूरी सामग्री इकट्ठा की, जिससे उनकी तैयारी और अधिक मजबूत हुई।

4. प्रभावी शेड्यूलिंग

समय प्रबंधन और प्रभावी शेड्यूलिंग सलोनी के तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे। उन्होंने अपने पढ़ाई के घंटों को बुद्धिमानी से नियोजित किया, जिससे उन्हें प्रत्येक विषय पर समान ध्यान देने का मौका मिला।

5. निरंतर मूल्यांकन और अभ्यास

सलोनी ने अपनी प्रगति का निरंतर मूल्यांकन किया और उत्तर लेखन का अभ्यास भी किया। यह उन्हें परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए जरूरी कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करता था।

सलोनी वर्मा की सलाह अन्य उम्मीदवारों के लिए

सलोनी ने अपनी सफलता का श्रेय सेल्फ स्टडी और कठिन परिश्रम को दिया। वह अन्य उम्मीदवारों को सलाह देती हैं कि वे भी सही दिशा में मेहनत करें और अपनी गलतियों से सीखें।

सलोनी वर्मा की यह सफलता की कहानी न केवल उनकी लगन और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि उचित रणनीति और दृढ़ निश्चय से कोई भी अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता है। सलोनी की यह कहानी हर उम्मीदवार के लिए एक प्रेरणा है जो यूपीएससी की चुनौतीपूर्ण यात्रा में अपने सपनों को साकार करना चाहता है।

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