भारतीय प्रशासनिक सेवा की दुर्गम परीक्षा, यूपीएससी, अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण मार्ग है, जिसे जयंत नहाता ने न केवल पार किया बल्कि अपने अनुभवों से हमें प्रेरित भी किया। कोलकाता के रहने वाले जयंत ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा दिल्ली में बिताया और अपनी शिक्षा में हमेशा अग्रणी रहे। आईआईटी दिल्ली से उन्होंने बीटेक और एमटेक की पढ़ाई की और फिर सिविल सेवा की ओर अपना रुख किया।
जयंत ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी 2020 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 56 हासिल की। इस सफलता की नींव उन्होंने अपनी सतत् मेहनत और नियोजित रणनीति से रखी। उनका मानना है कि प्रीलिमिनरी परीक्षा की सफलता से मेन्स और इंटरव्यू में आत्मविश्वास मिलता है। उन्होंने प्रीलिम्स के लिए विशेष रणनीति बनाई जिसमें करंट अफेयर्स, सिलेबस की गहरी समझ और अध्ययन सामग्री की तैयारी शामिल थी।
जयंत की सलाह यूपीएससी के प्रत्याशियों के लिए मार्गदर्शक है। उनका कहना है कि कड़ी मेहनत, सही रणनीति, निरंतर अभ्यास और सकारात्मकता यह सभी आपको सफलता की ओर ले जाते हैं। उनका यह मानना कि एक सफल रणनीति के साथ परिश्रम करना ही सफलता का मूल मंत्र है, न केवल यूपीएससी उम्मीदवारों बल्कि हर एक युवा के लिए प्रेरणा स्रोत है जो अपने सपनों को साकार करना चाहता है।