टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज में रोमांच अपने चरम पर है। दोनों टीमें अब तक एक-एक मैच जीतकर सीरीज को 1-1 से बराबरी पर ला खड़ी की हैं। इस निर्णायक स्थिति में, टीम इंडिया के कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) के कुछ निर्णयों पर पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने सवाल उठाए हैं।
सीरीज के तीसरे और निर्णायक मैच में, राहुल ने टीम में बदलाव किया और ऋतुराज गायकवाड़ को प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया, जिसका कारण चोट को बताया गया। इसके स्थान पर उन्होंने रजत पाटीदार को मौका दिया, जिसका यह पहला वनडे मैच था। गंभीर का मानना है कि ऋतुराज को उनके पिछले खराब प्रदर्शन के आधार पर बाहर किया गया।
गंभीर ने इस निर्णय पर हैरानी जताते हुए कहा, “सिर्फ 2 मैचों के आधार पर किसी खिलाड़ी की प्रतिभा को कैसे आंका जा सकता है और उसे अचानक प्लेइंग इलेवन में शामिल कर लिया जाता है? प्रबंधन का ये फैसला बेहद हैरान करने वाला है।”
ऋतुराज गायकवाड़ की बात करें तो उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछले दो वनडे मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन किया था, जहां उनके स्कोर क्रमशः 5 और 4 रन रहे। उनके वनडे करियर के 6 मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 71 रन है, और उनका औसत 19.16 और स्ट्राइक रेट 73.24 है।
इस संदर्भ में, गंभीर की टिप्पणी एक महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत करती है। युवा खिलाड़ियों को अधिक मौके देने और उनकी प्रतिभा को विकसित होने का समय देने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। एक या दो मैचों के प्रदर्शन के आधार पर उनकी क्षमता का न्याय न करते हुए, उन्हें समय और सहयोग देना जरूरी है। यह न केवल खिलाड़ियों के विकास के लिए, बल्कि टीम के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।