भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाली तपस्या परिहार की कहानी युवा उम्मीदवारों के लिए एक उत्कृष्ट प्रेरणा है। जहां अधिकांश उम्मीदवार कोचिंग संस्थानों की मदद से अपनी तैयारी करते हैं, वहीं तपस्या ने अपनी पहली असफलता के बाद स्वाध्याय (सेल्फ स्टडी) को अपनाया और उसके फलस्वरूप उन्होंने 2017 की UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 13 हासिल की।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की निवासी तपस्या ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से पूरी की और बाद में पुणे से लॉ में ग्रेजुएशन किया। उनका उच्च शिक्षा और गहन अध्ययन में रुचि का फल तब सामने आया जब उन्होंने IAS बनने का संकल्प लिया।
तपस्या की सफलता की रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण था उनका अपने सिलेबस को विभाजित करने का तरीका और कम से कम किताबों के साथ पढ़ाई करना ताकि उन्हें रिवीजन में आसानी हो। उन्होंने अपने सब्जेक्ट से संबंधित करंट अफेयर्स पर भी विशेष ध्यान दिया, जिससे उनकी तैयारी और अधिक मजबूत हुई। तपस्या का मानना है कि एक सही शेड्यूल और दृढ़ संकल्प के साथ, कोई भी उम्मीदवार प्री परीक्षा को पहले प्रयास में पास कर सकता है।
उन्होंने अन्य उम्मीदवारों को भी सलाह दी है कि यूपीएससी में सफलता के लिए लगातार मेहनत, गंभीरता से पढ़ाई, ज्यादा रिवीजन, आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस और मॉक टेस्ट पेपर देने की जरूरत होती है। तपस्या की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो स्वयं के बलबूते और संकल्प के साथ बड़े सपने देखते हैं।