भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों के बीच एक बहस छिड़ी हुई है, जिसका केंद्र बिंदु हैं टीम के कप्तान रोहित शर्मा। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में, रोहित शर्मा महज 5 रन पर आउट हो गए। इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर उनकी खराब प्रदर्शन को लेकर जमकर आलोचना हुई। हालांकि, टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने उनका समर्थन किया, यह कहते हुए कि पुल शॉट रोहित शर्मा का एक मजबूत शॉट है और वे इस पर पूरा विश्वास रखते हैं।
रोहित शर्मा के विकेट के बारे में बात करते हुए, कोच ने बताया कि यह शॉट उनकी ताकत है, और क्रिकेट में कभी-कभी ऐसे दिन भी आते हैं जब शॉट नहीं लग पाता। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि टीम प्रबंधन रोहित शर्मा का पूरा समर्थन करता है।
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज कगिसो रबाडा की शॉर्ट गेंद पर रोहित शर्मा का आउट होना उनके शॉट चयन के बारे में सवाल खड़े करता है। लेकिन, कोच राठौर का यह कहना कि एक दिन जो शॉट नहीं लगता, वही अगले दिन छक्का हो सकता है, यह दर्शाता है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं से भरा खेल है।
रोहित शर्मा के प्रदर्शन पर आलोचना करने वाले प्रशंसकों को भी समझना चाहिए कि क्रिकेट में हर दिन एक जैसा नहीं होता। एक खिलाड़ी का प्रदर्शन हमेशा उतार-चढ़ाव भरा होता है, और हर मैच में शतक या बड़ी पारी की उम्मीद करना यथार्थवादी नहीं है। रोहित शर्मा ने अपने करियर में कई बार अपनी बैटिंग कौशल से सबको प्रभावित किया है, और यह एक मैच की खराब प्रदर्शन उनके करियर की सफलता को कम नहीं करती।
अंत में, क्रिकेट के खेल में, खिलाड़ियों का समर्थन और सकारात्मक प्रेरणा उनके प्रदर्शन में सुधार ला सकती है। इसलिए, प्रशंसकों को भी आलोचना के बजाय समर्थन और प्रोत्साहन पर ध्यान देना चाहिए।