चंद्रज्योति सिंह, एक ऐसा नाम जो यूपीएससी परीक्षा के परिदृश्य में चमक उठा। एक ऐसी उम्मीदवार जिन्होंने स्वयं के दृढ़ संकल्प और अभ्यास के बल पर सफलता की नई परिभाषा गढ़ी। चंद्रज्योति का यात्रा पथ साधारण नहीं था। उनके माता-पिता आर्मी में होने के कारण, उन्होंने अनेक शहरों में अपना बचपन बिताया। उनकी शिक्षा दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज से हुई थी। उनका सपना बचपन से ही सिविल सेवाओं में जाने का था।
उनकी सफलता का मंत्र था सरल और स्पष्ट रणनीति। उन्होंने अपनी तैयारी के लिए पहले छह महीने में जनरल स्टडीज पर केंद्रित किया और बाकी समय में अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट पर। उन्होंने शुरुआत में प्रतिदिन 6-8 घंटे और परीक्षा के निकट आते-आते 10 घंटे पढ़ाई की। सिलेबस पूरा होने के बाद, उन्होंने मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग पर विशेष जोर दिया।
चंद्रज्योति की सबसे बड़ी उपलब्धि थी उनका पहला ही प्रयास, जिसमें उन्होंने यूपीएससी 2019 में 28वीं रैंक हासिल की। उनकी सफलता यह साबित करती है कि सही रणनीति और समर्पण से किसी भी मिथक को तोड़ा जा सकता है। उनका संदेश स्पष्ट है – नियोजित तरीके से तैयारी करें, अपनी प्रगति का निरंतर मूल्यांकन करें और सफलता निश्चित है।
चंद्रज्योति की यह कहानी आज भी अनेक युवा उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका यह सफर दिखाता है कि कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ, जो भी हो, सपनों को सच करने की दिशा में एक कदम बढ़ाने से कभी नहीं रोक सकतीं।