भारतीय क्रिकेट टीम के युवा और प्रतिभाशाली विकेटकीपर बल्लेबाज़, ऋषभ पंत, ने हाल ही में अपने असाधारण प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया है। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में एक ऐतिहासिक पारी खेली, जिसमें मात्र 19 गेंदों में शतक ठोक डाला। यह पारी उनकी बल्लेबाजी क्षमता और आक्रामकता का सबसे बड़ा प्रमाण है।
यह घटना 2018 की है, जब पंत ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए न केवल तेजी से बल्लेबाजी की, बल्कि गेंदबाजों के खिलाफ अपनी आक्रामकता से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने इस पारी में 38 गेंदों पर 116 रन बनाए, जिसमें 12 छक्के और 8 चौके शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट 305.26 था, जो कि किसी भी बल्लेबाज के लिए असाधारण माना जाता है।
इस मैच में हिमाचल प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट खोकर 144 रन बनाए थे, जिसके जवाब में दिल्ली ने बिना किसी नुकसान के लक्ष्य को हासिल किया। इस मैच में पंत के अलावा, गौतम गंभीर ने भी 33 गेंद में 30 रन बनाए थे।
ऋषभ पंत का इंटरनेशनल करियर भी उतना ही प्रभावशाली है। उन्होंने भारत के लिए अब तक 33 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 43.67 की औसत से 2271 रन बनाए हैं। वनडे में उन्होंने 30 मैचों में 34.60 की औसत से 865 रन बनाए, जबकि टी-20 में 66 मैचों में 987 रन बनाए हैं। टेस्ट में उन्होंने 5 शतक और वनडे में एक शतक बनाया है।
पंत की इस पारी ने न केवल उनके प्रशंसकों को खुशी दी, बल्कि क्रिकेट जगत में उनके समकालीनों और विशेषज्ञों को भी प्रभावित किया। उनकी इस अद्भुत पारी ने दिखाया कि वे न केवल एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं, बल्कि उनमें खेल के प्रति एक असीम जोश और उत्साह भी है। उनकी इस पारी ने क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।