यह कहानी सृष्टि जयंत देशमुख की है, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपनी पहली कोशिश में असाधारण सफलता हासिल की। सृष्टि, जो मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली हैं, ने बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देखा था। इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान अथक परिश्रम किया। इंजीनियरिंग के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी, जो एक चुनौतीपूर्ण कदम था।
सृष्टि की सफलता का राज उनका सकारात्मक दृष्टिकोण और कठिन परिश्रम था। उन्होंने अपने आस-पास के माहौल को सकारात्मक बनाए रखा, जिसमें उनके परिवार का भी बड़ा योगदान था। उनका मानना था कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान योग और ध्यान से मन की शांति और एकाग्रता बढ़ती है, जो पढ़ाई में मदद करती है। उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर और नियमित रूप से पढ़ाई करके अपनी तैयारी को और भी मजबूत किया।
सृष्टि की यह यात्रा दिखाती है कि कैसे एक मजबूत इच्छाशक्ति, सही रणनीति और लगातार मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी कहानी प्रेरणा देती है कि कैसे किसी भी सपने को साकार करने के लिए आपको सिर्फ एक दिशा में अथक परिश्रम करने की जरूरत होती है।