अर्तिका शुक्ला की यूपीएससी सफलता की कहानी असाधारण और प्रेरणादायक है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली अर्तिका ने, जो बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थीं, मेडिकल फील्ड में एमबीबीएस और एमडी की डिग्री हासिल की। उनके दोनों भाई यूपीएससी में सफल हो चुके थे, और उनके प्रोत्साहन से ही अर्तिका ने इस क्षेत्र में कदम रखा।
अर्तिका ने मेडिकल फील्ड में सफलता प्राप्त करने के बाद अपनी दिशा बदली और यूपीएससी की ओर रुख किया। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के, केवल एक साल की तैयारी में ही यूपीएससी 2015 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की। यह उनके दृढ़ निश्चय और कठिन परिश्रम का परिणाम था।
अर्तिका का मानना है कि यदि उम्मीदवार एक सटीक रणनीति के साथ तैयारी करते हैं, तो यूपीएससी की परीक्षा एक साल में ही पूरी हो सकती है। उनका सुझाव है कि 12वीं क्लास तक की एनसीईआरटी किताबें अच्छी तरह से पढ़ने से तैयारी मजबूत होती है। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा से पहले अभ्यास सेटों का हल करने से समय प्रबंधन में मदद मिलती है। उनके अनुसार, असफलताओं से निराश न होकर, निरंतर प्रयास करने से सफलता निश्चित रूप से मिलती है।
अर्तिका की यह कहानी यह बताती है कि कैसे एक व्यक्ति अपने लक्ष्यों को पाने के लिए दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ पूर्ण रूप से समर्पित हो सकता है। यह सफलता की एक शानदार मिसाल है, जो अन्य उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।