संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की कठिन परीक्षा को पास करना एक बड़ी चुनौती होती है, लेकिन प्रेरणा सिंह ने इसे संभव बना दिखाया। उनकी सफलता की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भविष्य के IAS उम्मीदवारों के लिए एक रोडमैप भी प्रदान करती है।
प्रेरणा का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है आधारभूत ज्ञान का मजबूतीकरण। इसके लिए वह NCERT की 6 से 12 तक की किताबों के गहन अध्ययन पर जोर देती हैं। उनके अनुसार, यह आधारभूत ज्ञान ही आगे चलकर विस्तृत और कठिन विषयों को समझने में मदद करता है।
प्रेरणा के अनुसार, रिवीजन का महत्व तैयारी में सबसे अधिक होता है। वह कहती हैं कि सिलेबस को पूरा करने के बाद, निरंतर और व्यवस्थित रिवीजन से ही सफलता संभव है। वे छोटे-छोटे नोट्स बनाने पर जोर देती हैं, जो रिवीजन को अधिक प्रभावी और सरल बनाते हैं। इंटरनेट और विभिन्न ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग भी उनके अनुसार तैयारी को मजबूत करता है।
प्रेरणा का यह भी मानना है कि तैयारी के अंतिम चरण में उत्तर लेखन का अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण है। वह कहती हैं कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्नों का उत्तर विश्लेषणात्मक और रचनात्मक तरीके से देना चाहिए। रियल लाइफ उदाहरणों और डायग्रामों का उपयोग उन्हें अधिक प्रभावशाली बनाता है।
अंत में, प्रेरणा यह संदेश देती हैं कि लगातार मेहनत और धैर्य के साथ, यूपीएससी की चुनौतीपूर्ण परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनकी यह यात्रा निश्चित रूप से उन सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है जो इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल होने का सपना देखते हैं।