दीक्षा जैन: एक सपने से आईएएस तक का सफर
दीक्षा जैन, जिनके पिता आईपीएस अधिकारी हैं, ने बचपन से ही अपने पिता की तरह एक आईएएस अफसर बनने का सपना देखा था। उन्होंने अपनी पढ़ाई में हमेशा उत्कृष्टता दिखाई और इंग्लिश में एमए की डिग्री हासिल करने के बाद, यूपीएससी की ओर रुख किया।
उनका पहला प्रयास असफल रहा, लेकिन दीक्षा ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी गलतियों को पहचाना, उन्हें सुधारा और दूसरे प्रयास में ज्यादा बेहतर रणनीति के साथ आगे बढ़ीं। उनकी मेहनत और संकल्प ने उन्हें यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 22 हासिल करने में मदद की।
दीक्षा का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। वे कहती हैं कि अगर आप मानसिक रूप से स्वस्थ और फिट रहेंगे, तो परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। उनकी यह यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी के सपने देखते हैं।
दीक्षा की कहानी हमें बताती है कि सफलता के लिए केवल प्रतिभा ही नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प, सही योजना और मानसिक संतुलन भी आवश्यक हैं। उनका यह सफर उन सभी के लिए एक मिसाल है जो यूपीएससी की कठिन राह पर चल रहे हैं।