श्वेता चौहान की यूपीएससी सफलता की यात्रा अद्वितीय और प्रेरणादायक है। यूपीएससी परीक्षा, जिसे भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, में श्वेता ने न केवल एक बार, बल्कि तीन बार सफलता प्राप्त की। उनकी यह उपलब्धि उनके दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और योजनाबद्ध तैयारी का प्रतीक है।
श्वेता ने अपनी शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स ऑनर्स में पूरी की। उनकी यूपीएससी की यात्रा 2013 में शुरू हुई, जब उन्होंने पहली बार परीक्षा दी और ऑल इंडिया रैंक 573 प्राप्त की। हालांकि, इस रैंक से वे संतुष्ट नहीं थीं और इसलिए उन्होंने 2015 में दोबारा प्रयास किया। इस बार उनकी रैंक 474 आई, लेकिन फिर भी वे अपने लक्ष्य से दूर थीं। अंततः, 2016 में तीसरे प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 8 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने का उनका सपना साकार हुआ।
श्वेता की सफलता का मंत्र था – एकीकृत तैयारी। उन्होंने प्री और मेंस परीक्षा की तैयारी एक साथ की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सीमित संसाधनों के साथ अधिकतम रिवीजन पर जोर दिया। उनका मानना है कि आंसर राइटिंग और नियमित रिवीजन से परफॉर्मेंस में सुधार होता है और सफलता की संभावना बढ़ती है।
श्वेता ने अन्य उम्मीदवारों को भी प्रेरित किया है, खासकर उन्हें जो खुद को एवरेज स्टूडेंट मानते हैं। उनका कहना है कि यूपीएससी की परीक्षा के लिए आपका एजुकेशनल बैकग्राउंड मायने नहीं रखता। जरूरी है सही दिशा में किया गया