यूपीएससी – भारतीय प्रशासनिक सेवा की वह परीक्षा जो न केवल ज्ञान का परीक्षण करती है, बल्कि धैर्य और समर्पण की भी। अनीषा तोमर, जिन्होंने 2019 में यूपीएससी में 94वीं रैंक हासिल की, उनकी यात्रा इसी साहस और संघर्ष का प्रतीक है।
प्रारंभिक चुनौतियां और दृढ़ संकल्प
शुरुआती असफलताओं के बावजूद, अनीषा का संकल्प अडिग रहा। पहले प्रयास में प्रीलिम्स को पास न कर पाने से लेकर, दूसरे प्रयास में मेंस तक पहुँच
ने के बावजूद इंटरव्यू में चयन न होने तक, उन्होंने अपनी कमियों को पहचाना और सुधारा। तीसरे प्रयास में उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें सफलता की ओर अग्रसर किया।
अनीषा की शिक्षा और तैयारी का सफर
पढ़ाई में हमेशा से अग्रणी, अनीषा ने इंजीनियरिंग की डिग्री पंजाब यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, उन्होंने यूपीएससी की दिशा में अपने कदम बढ़ाए। पहले प्रयास में असफलता के बावजूद, उन्होंने अपनी रणनीति में सुधार किया और दृढ़ता से अपनी तैयारी जारी रखी।
सफलता की रणनीति और मार्गदर्शन
अनीषा का मानना है कि यूपीएससी में सफलता के लिए सही रणनीति और निरंतर अध्ययन जरूरी है। उन्होंने अपने स्टडी मटेरियल को सावधानीपूर्वक चुना और नियमित अध्ययन के साथ-साथ अपनी गलतियों को पहचान
कर उन्हें सुधारने पर ध्यान दिया। उनकी इस रणनीति ने उन्हें तीसरे प्रयास में उत्कृष्ट परिणाम दिलाया।
परीक्षा की तैयारी में अनीषा के सुझाव
अनीषा का मानना है कि यूपीएससी के प्रत्येक चरण की तैयारी में व्यापक दृष्टिकोण और गहन अध्ययन आवश्यक है। वे अन्य उम्मीदवारों को सलाह देती हैं कि असफलता से न घबराएं, बल्कि उसे सीखने का अवसर मानें और अगले प्रयास को और भी बेहतर बनाएं।