क्रिकेट के खेल में अक्सर ऐसे पल आते हैं जो दर्शकों के लिए उत्साह और तनाव से भरे होते हैं। ऐसा ही एक घटनाक्रम हुआ था जब भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और जाने-माने बल्लेबाज रोहित शर्मा अंपायर के निर्णय से नाखुश दिखाई दिए।
यह घटना अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए तीसरे टी20 मैच के दौरान घटित हुई। रोहित शर्मा, जो कि उस समय बल्लेबाजी कर रहे थे, ने एक गेंद को लेग साइड पर खेला जो कि उनकी कमर से ऊपर गई थी। ऐसे में रोहित ने इसे नो-बॉल माना और अंपायर से इसकी मांग की। हालांकि, अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने उनकी इस मांग को अनसुना कर दिया।
इससे पहले भी, रोहित को एक अन्य निर्णय के कारण असंतोष था। पहले ओवर में उन्होंने एक शॉट खेला जिसे उन्होंने चौके के लिए भेजा था, लेकिन अंपायर ने इसे लेग बाय के रूप में दर्ज किया। इससे उनके और अंपायर के बीच एक संक्षिप्त बातचीत भी हुई।
इन दो घटनाओं के चलते, रोहित और अंपायर के बीच कुछ बहसबाजी देखने को मिली और इसके कारण मैच में लगभग तीन मिनट का विलंब हुआ। इस तरह के विवाद क्रिकेट के खेल में काफी आम हैं, खासकर जब खिलाड़ी और अंपायर के बीच फैसलों को लेकर मतभेद होते हैं।
रोहित शर्मा की इस घटना ने यह दर्शाया कि क्रिकेट में कभी-कभी उच्च दबाव वाली परिस्थितियाँ और भावनाएं खेल के मैदान पर उभर कर सामने आती हैं। यह घटना न सिर्फ रोहित शर्मा के जुनून और प्रतिबद्धता को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि क्रिकेट के खेल में तनाव और भावनाएं कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।