दिल्ली के हिमांशु गुप्ता ने अपने तीसरे प्रयास में न सिर्फ UPSC परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा पास की, बल्कि सभी तीन चरणों को सफलतापूर्वक पार कर 27वीं रैंक प्राप्त कर टॉप किया। यह उनके धैर्य, मेहनत और लगन की गाथा है।
हिमांशु का जन्म और पालन-पोषण दिल्ली में हुआ। वे शैक्षिक रूप से हमेशा प्रतिभाशाली रहे हैं, और उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने एक निजी कंपनी में डेढ़ साल काम किया, लेकिन उनका लक्ष्य हमेशा सिविल सेवा में जाने का था।
उनके पहले दो प्रयास असफल रहे, लेकिन हिमांशु ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी गलतियों को समझा और उन पर काम किया। उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। हिमांशु का मानना है कि तैयारी एकीकृत होनी चाहिए और एक विषय में पूर्णता प्राप्त करने के बाद ही अगले विषय पर जाना चाहिए।
हिमांशु की सफलता की कहानी यह दर्शाती है कि सही योजना और दृढ़ निश्चय से कोई भी बड़ी चुनौती को पार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्थिर मानसिकता और सतत् मोटिवेशन इस परीक्षा में सफलता की कुंजी हैं। हिमांशु का यह संदेश है कि परेशानियों से न डरें और तैयारी में लगे रहें; मेहनत का फल अवश्य मिलता है। उनकी सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा में अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं।