विजय सिंह गुर्जर की कहानी एक अद्भुत प्रेरणा है, जिसमें उन्होंने कठिनाइयों और संघर्षों के बावजूद अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया। विजय का जन्म राजस्थान के एक छोटे से गाँव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता भले ही अधिक शिक्षित नहीं थे, लेकिन उन्होंने विजय की शिक्षा को महत्व दिया।
विजय की प्रारंभिक शिक्षा गाँव के स्कूल से हुई, जहाँ उन्होंने खेती में भी अपने पिता की सहायता की। उनका सपना सरकारी नौकरी पाने का था, जिसके लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद के लिए आवेदन किया और सफल हुए। विजय यहीं नहीं रुके, उन्होंने सब-इंस्पेक्टर और फिर इनकम टैक्स विभाग में एक उच्च पद के लिए अपने को प्रमाणित किया।
इसके बाद, विजय ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और केवल सेल्फ स्टडी पर निर्भर रहे। 2016 में वे इंटरव्यू तक पहुँचे लेकिन सफल नहीं हुए। उन्होंने हार नहीं मानी और अगले प्रयास में विजयी हुए।
विजय की कहानी यह दर्शाती है कि अगर किसी में दृढ़ संकल्प और लगन हो, तो वे किसी भी परिस्थिति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि पृष्ठभूमि और संसाधनों की कमी कोई बाधा नहीं है जब आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास करते हैं। उनका यह सफर यूपीएससी की तैयारी कर रहे अन्य प्रतियोगियों के लिए एक विशेष प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत है।