आज हम आपको निधि पटेल की प्रेरक कहानी से अवगत कराएंगे, जिन्होंने डॉक्टरी के पेशे को छोड़कर आईएएस अधिकारी बनने का साहसिक निर्णय लिया। निधि पटेल का सफर उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो समाज की सेवा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।

निधि ने अपनी शिक्षा एमबीबीएस और एमएस में पूरी की। एक डॉक्टर के रूप में, उन्होंने अनेक जरूरतमंद लोगों की मदद की। हालांकि, वे महसूस करती थीं कि उनकी सेवा की सीमा डॉक्टर के रूप में सीमित है। इसी विचार के साथ उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का निश्चय किया ताकि वे अधिक से अधिक लोगों की सेवा कर सकें।

निधि पटेल

उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। उनकी कठिनाइयों, समर्पण और दृढ़ निश्चय ने उन्हें पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास करने में मदद की। उन्होंने इस सफलता के लिए सिर्फ 9 से 10 महीने का समय लिया, जो अपने आप में एक उपलब्धि है। उनकी सफलता का राज उनकी अच्छी रणनीति, लगन और अध्ययन के प्रति उनका समर्पण था।

निधि की यह कहानी यह दर्शाती है कि कड़ी मेहनत, सही योजना और दृढ़ संकल्प से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनका यह सफर उन सभी युवाओं के लिए एक मिसाल है जो अपने करियर में बदलाव करने की सोच रहे हैं और समाज की बेहतरी के लिए कुछ करना चाहते हैं। निधि पटेल ने साबित किया है कि सही मार्गदर्शन और निरंतर प्रयास से बड़ी से बड़ी चुनौतियां भी पार की जा सकती हैं।

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