लोकेश यादव, जिनका नाम आज यूपीएससी के सफल उम्मीदवारों में गर्व से लिया जाता है, ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी सीएसई परीक्षा को पास कर दिखाया कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। इससे पहले वे IIT और IIM से अपनी डिग्री हासिल कर चुके थे, जो अपने आप में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
फरीदाबाद के लोकेश यादव का जीवन एक अनुशासित और लक्ष्य-केंद्रित दृष्टिकोण का परिचायक है। उनकी इस यात्रा में सफलता दर सफलता की कहानी ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई है। लोकेश ने अपने स्कूली शिक्षा के बाद जेईई परीक्षा में सफलता हासिल की और इसके बाद IIT दिल्ली से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। उन्होंने इसके बाद IIM इंदौर से MBA की पढ़ाई की और फिर उनका अगला लक्ष्य बना यूपीएससी सीएसई।
लोकेश ने अपने साक्षात्कार में यूपीएससी की तैयारी के बारे में कुछ विशेष टिप्स साझा किए। उनका कहना था कि परीक्षा की तैयारी के लिए आत्म-विश्वास सबसे जरूरी है। वे यह भी मानते हैं कि पढ़ाई के लिए कम और सही स्रोतों का चुनाव करना चाहिए। लोकेश ने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी के लिए मॉक टेस्ट पर भी काफी जोर दिया था, जिससे उन्हें अपनी कमजोरियों का पता चला और उन्होंने उसमें सुधार किया।
लोकेश यादव की सलाह के अनुसार, ऐस्से, एथिक्स और ऑप्शनल पेपर यूपीएससी की परीक्षा में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और इन्हें अक्सर उम्मीदवार नजरअंदाज कर देते हैं। इन पर बराबर ध्यान देने से रैंक में काफी अंतर आ सकता है। लोकेश ने अपनी सफलता के लिए तैयारी के इस अनुशासन को बहुत महत्वपूर्ण माना।
उनका यह मानना है कि सही दिशा में सही योजना के साथ आगे बढ़ने से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। लोकेश यादव की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयास कर रहे हैं।